Kusum Yojana: सोलर पंप के लिए रजिस्ट्रेशन करें 90% सब्सिडी का ऑफर
हेलो दोस्तों स्वागत है आपका हमारी वेबसाइट हमारा सपोर्ट वेबसाइट पर जहां हम आपके लिए रोजाना महत्वपूर्ण आर्टिकल लेकर आते रहते हैं। आज के इस आर्टिकल में हम आपको Kusum Yojana (कुसुम योजना) के बारे में महत्वपूर्ण जानकारी देने वाले हैं। अगर आप भी Kusum Yojana (कुसुम योजना) के बारे में महत्वपूर्ण जानकारी जानना चाहते हैं तो आप बिल्कुल सही जगह आए हैं यह आर्टिकल आपके लिए बहुत महत्वपूर्ण होने वाला है।
कुसुम योजना विभिन्न राज्यों में सार्वजनिक प्राधिकरण द्वारा शुरू की गई है। पीएम कुसुम योजना के तहत राज्य सरकार राज्य के किसानों को पानी की व्यवस्था के लिए सूर्य ऊर्जा के माध्यम से चलने वाले सोलर पंप की सुविधा प्रदान की जायेगी। भारत सरकार किसानों के लिए कई असाधारण योजनाएँ चलाती है उनमें से ही एक है Kusum Yojana (कुसुम योजना) है। प्रधानमंत्री किसान ऊर्जा सुरक्षा एवं उत्थान महाअभियान (कुसुम) योजना केंद्र सरकार की सूर्य आधारित साइफन योजना है।
इस योजना के तहत किसानों को मात्र 10 प्रतिशत अंशदान देकर किसानों को उनकी आवश्यकता के अनुसार सोलर पावर सिस्टम लगाने की व्यवस्था की जाती है। सरकार द्वारा 3 करोड़ से अधिक पेट्रोलियम और डीजल सिंचाई पम्पों को सौर ऊर्जा पम्पों में बदलेगी। राज्यों के सभी इच्छुक उम्मीदवारों को Kusum Yojana (कुसुम योजना) का लाभ लेने के लिए आवेदन प्रक्रिया को पूरा करना होगा।
आपकी अधिक जानकारी के लिए बता दें कि इसके अलावा इस योजना के तहत किसानों को बंजर भूमि पर सौर ऊर्जा का उत्पादन करने और अतिरिक्त ऊर्जा को ग्रिड को बेचने में मदद की जाएगी। अगर आप भी Kusum Yojana (कुसुम योजना) के बारे में विस्तार से सारी महत्वपूर्ण जानकारी जानना चाहते हैं तो आप हमारे द्वारा लेकर गए इस आर्टिकल को अंत तक ध्यान पूर्वक पड़े क्योंकि हम कुसुम योजना से संबंधित सारी जानकारी देने वाले हैं।
Kusum Yojana क्या है?
प्रधानमंत्री कुसुम योजना के तहत है किसानों के डीजल पेट्रोल से चलने वाले पंपों को सौर ऊर्जा पंप में बदलने का कार्य शुरू किया गया है। इस योजना की घोषणा पूर्व वित्त मंत्री अरुण जेटली जी द्वारा की गई है। किसान ऊर्जा सुरक्षा एवं उत्थान अभियान (कुसुम) योजना के मुताबिक 2022 तक देश में तीन करोड़ पंप बिजली या डीजल की जगह सौर ऊर्जा से चलाए जाने की उम्मीद रखी गई थी तथा इनमें कुल 1.40 लाख करोड़ रुपये होते।
किसानों को सिंचाई का एक अच्छा मध्य देने के लिए प्रधानमंत्री ने कुसुम योजना की शुरुआत की है जिससे सरकार द्वारा योजना के लिए 34,422 करोड़ रूपों का प्रबंध किया गया है। उम्मीदवार किसानों को 60% केंद्र सरकार की तरफ से प्रदान किया जाएगा। इसकी की स्थापना से किसानों की आय में वृद्धि होगी, जो कि पीएम-कुसुम योजना का उद्देश्य है। आपको बता दें इस योजना के अंतर्गत सोलर पंप लगाने में आने वाले खर्चे की कुल लागत का 90 प्रतिशत व्यय सरकार द्वारा वहन की जाएगी।
इसके आलावा बचे हुए 10% खर्च का भुगतान वास्तविक किसानो द्वारा किया जाएगा। सोलर पंप किसानों के लिए एक प्रकार का आय का साधन बन जाएगा। सूर्य के प्रकाश आधारित चार्जर से निर्मित बिजली का उपयोग सिंचाई करने में किया जा सकता है और अतिरिक्त बिजली को विद्युत वितरण बिजली (DISCOM) को बेच सकेंगे।
Kusum Yojana का उद्देश्य क्या है?
आप सभी जानते ही हैं भारत में बहुत से ऐसे राज भी हैं जहां हमेशा सूखा पड़ा रहता है तथा वंहा खेती करने वाले किसानो की खेती को सूखे से नुकसान उठाना पड़ता है। इसी बात को ध्यान में रखते हुए सरकार ने कुसुम योजना का आयोजन किया है। प्रधानमंत्री कुसुम योजना का उद्देश्य किसानों को सोर ऊर्जा पम्प लगाने के लिए वित्तीय सहायता प्रदान की जायेगी। कई ऐसे राज्य हैं जहां पानी की कमी की वजह से फसल खराब हो जाती है।
या फिर किसान को सोलर पैनल लगाने में अश्मर्थ रहते हैं। इस योजना का उद्देश्य योजना का मुख्य उद्देश्य देश के किसानो को मुफ्त में बिजली उपलब्ध करवाना भी है। इस योजना के तहत किसानो को पानी की व्यवस्था के लिएसिचाई के लिए सोलर पैनल की सुविधा प्रदान करना कि वे अपने खेतों को अच्छी तरह से सिचाई कर सके।
इन सोलर पैनलों द्वारा बिजली के माध्यम से बिजली का उत्पादन भी किया जाएगा जिसे किसान अपने घरों में उपयोग कर सकते हैं और अतिरिक्त बिजली को सार्वजनिक प्राधिकरण को भी प्रदान कर सकते हैं। कुसुम योजना के माध्यम से किसानों की आय में भी बढ़ोतरी होगी।
प्रधानमंत्री कुसुम योजना के लाभ
Kusum Yojana (कुसुम योजना) के माध्यम से किसानों को कौन-कौन से लाभ प्राप्त होते हैं। उन सभी लोगों की जानकारी हम आपको देने वाले हैं।
- प्रधानमंत्री कुसुम योजना से किसानों की आय में भी बढ़ोतरी होगी।
- इस योजना के तहत लगने वाले सोलर पैनल में किसानों को केवल 10 फीसदी का भुगतान करना होगा।
- सोलर पैनल लगनी से सोलर पम्प के साथ बिजली भी उत्पन की जा सकती है।
- योजना के माध्यम से पर्यावरण पर किसी भी तरह का दुष्प्रभाव नहीं पड़ेगा।
- आवेदन फॉर्म भरने के 90 दिनों के भीतर आपके सोलर पंप चालु कर दिए जाते है।
- योजना के माध्यम से आर्थिक तंगी के कारण आत्महत्या करने वाले किसानों को बचाया जा सकता है।
- सोलर पैनल से जो अतिरिक्त बिजली पैदा होगी, किसान उस बिजली को सरकारी या गैर सरकारी बिजली विभागों को बेच सकता है, जहां से किसान को 1 महीने के लिए 6000 रुपये की मदद मिल सकती है।
कुसुम योजना के लिए रजिस्ट्रेशन कैसे करें?
प्रधानमंत्री कुसुम योजना के लिए किसान ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं। इस योजना में ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन करने के लिए आप अधिकारी वेबसाइट पर जाकर रजिस्ट्रेशन कर सकते हैं। इसके लिए आपके पास आधार कार्ड जमीन के दस्तावेज जैसे आदि फॉर्म होना चाहिए। कुसुम योजना के लिए रजिस्ट्रेशन करने के लिए हमारे द्वारा नीचे बताई गई प्रक्रिया को कुछ स्टेप बाय स्टेप फॉलो करें।
- सबसे पहले आवेदक को पीएमकेवाई की अधिकारी वेबसाइट पर जाना होगा।
- अधिकारी वेबसाइट पर जाने के बाद आपको एक होम पेज दिखाई देगा।
- इस होम पेज पर कुसुम योजना ऑनलाइन पंजीकरण के विकल्प पर क्लिक करें।
- फिर आवेदन पत्र में पूछे गए सभी विवरण जैसे नाम पता आधार संख्या मोबाइल नंबर आदि को भरना है।
- आप जानकारी भरने के बाद अंत में आपको सबमिट के ऑप्शन पर क्लिक कर देना है।
- पीएम कुसुम योजना ऑनलाइन पंजीकरण के बाद, आपको चयनित लाभार्थियों द्वारा अनुमोदित प्रदाताओं को सौर पंप सेट की लागत का 10% जमा करने के लिए समन्वित किया जाता है।
- इन सबके बाद कुछ ही दिनों में उनके खेतों में सोलर पंप लग जाएंगे।
कुसुम योजना के कॉम्पोनेंट्स
कुसुम योजना के चार कॉम्पोनेंट है जो कि कुछ इस प्रकार हैं।
- सौर ऊर्जा कारखाने का निर्माण: सौर ऊर्जा कारखानों का निर्माण किया जाएगा जोकि पर्याप्त मात्रा में बिजली का उत्पादन करने की क्षमता रखते हैं।
- वर्तमान पंपों का आधुनिकरण: र्तमान पंपों का आधुनिकरण भी किया जाएगा कथा पुराने पंपों को नए सौर पंपो से बदला जाएगा।
- ट्यूबवेल की स्थापना: सरकार द्वारा ट्यूबवेल की स्थापना भी की जाएगी जो कि कुछ निश्चित मात्रा में बिजली उत्पादन करेंगी।
- सौर पंप वितरण: कुसुम योजना के प्रथम चरण के दौरान केंद्र सरकार के विभागों के साथ मिलकर बिजली विभाग, सौर ऊर्जा संचालित पंप के सफल वितरण करेगी।
कुसुम योजना के लिए महत्वपूर्ण दस्तावेज
- आधार कार्ड
- राशन कार्ड
- रजिस्ट्रेशन की कॉपी
- मोबाइल नंबर
- बैंक खाता विवरण
- पासपोर्ट साइज फोटोग्राफ
- ऑथराइजेशन लेटर
- जमीन की जमाबंदी की कॉपी
- चार्टर्ड अकाउंटेंट द्वारा जारी नेटवर्थ सर्टिफिकेट (विकासकर्ता के माध्यम से प्रोजेक्ट विकसित करने की स्थिति में)
Kusum Yojana की पात्रता
- उम्मीदवार को भारत का स्थाई निवासी होना चाहिए।
- कुसुम योजना के तहत उम्मीदवार 0.5 मेगावाट से 2 मेगावाट की सीमा के सूर्य क्षमता तक के सौर ऊर्जा संयंत्र के लिए आवेदन कर सकते हैं।
- आवेदक द्वारा अपनी भूमि के अनुपात में 2 मेगावाट क्षमता या फिर वितरण निगम द्वारा अधिसूचित क्षमता (दोनों में से जो भी कम हो) के लिए आवेदन कर सकता है।
- प्रति मेगावाट के लिए लगभग 2 हेक्टेयर भूमि की आवश्यकता होगी।
- इस योजना के अंतर्गत
- यदि आवेदक द्वारा किसी विकासकर्ता के माध्यम से प्रोजेक्ट विकसित किया जा रहा है तो विकासकर्ता की नेटवर्थ 1 करोड़ रुपए प्रति मेगावाट होनी अनिवार्य है।
- स्वयं के निवेश से प्रोजेक्ट के लिए किसी भी प्रकार की वित्तीय योग्यता की आवश्यकता नहीं है।
निष्कर्ष
आज के इस आर्टिकल में हम आपको Kusum Yojana (कुसुम योजना) के बारे में बताया है। उम्मीद करता हूँ आपको हमारे द्वारा लिखे गए इस आर्टिकल में Pm Kusum Yojana लखनऊ, उत्तर प्रदेश के बारे में सारी महत्वपूर्ण जानकारी मिल गई होगी। अगर आपके मन में Kusum Yojana (कुसुम योजना) से सम्बंधित कोई प्रश्न हो तो हमें कमेंट करके जरुर बताएं हम आपके प्रश्न का उत्तर जल्द से जल्द देने की कोशिश करेंगे।
अगर आपको हमारा यह आर्टिकल पसंद आया हो तो इसे अपने दोस्तों में ज्यादा से ज्यादा शेयर करें तकि उन्हें भी Kusum Yojana (कुसुम योजना) के बारे में महत्वपूर्ण जानकारी प्राप्त हो सके। ऐसे ही यूज़ फुल आर्टिकल पढने के लिए हमारी वेबसाइट Hamarasupport.com को हमेशा विजिट करते रहें। एक बार हमें कमेंट करके जरुर बताएं आपको हमारा यह आर्टिकल कैसा लगा मिलते हैं अगले आर्टिकल में जब तक के लिए धन्यवाद।