जन्माष्टमी पर 10 लाइन का निबंध | 10 Lines On Janmashtami in Hindi
आज के आर्टिकल में हम आपको जन्माष्टमी पर 10 लाइन के निबंध के बारे में जानकारी देंगे। यदि आप गूगल पर जन्माष्टमी पर 10 लाइन का निबंध सर्च कर रहे हैं और आपको जन्माष्टमी पर 10 लाइन का बेहतर निबंध गूगल नहीं मिल रहा है तो आपको ज्यादा चिंता करने की जरूरत नहीं है क्योंकि आज से 4 दिन पहले हम आपके लिए 10 लाइनों का एक ऐसा निबंध लेकर आए हैं जो काफी बेहतर निबंध है जिसे आपको बहुत ही अच्छा महसूस होने वाला है। यदि आप जन्माष्टमी पर 10 लाइन का निबंध पढ़ना चाहते हैं तो आप इस आर्टिकल को अंतर ध्यानपूर्वक पढ़ें।
जिससे पिछले आर्टिकल में अपने आप को जन्माष्टमी कब है? 6 सितंबर या 7 सितंबर क्या है सही तारीख (2023) इसके बारे में बताया। जन्माष्टमी कब है? यह एक महत्वपूर्ण टॉपिक है जन्माष्टमी कब है? इसके बारे में सभी लोगो को पता होना चाहिए। यदि आपने अभी तक जन्माष्टमी कब है यह आर्टिकल नहीं पड़ा है तो आप हमारी इस वेबसाइट से इस आर्टिकल को पढ़ सकते हैं। आज हम आपको जन्माष्टमी पर 10 लाइन का निबंध किस तरह से लिखा जाता है इसके बारे में बताने वाले हैं तो फिर हम मिलेंगे आईए जाने जन्माष्टमी पर 10 लाइन के निबंध के बारे में।
श्री कृष्ण जन्माष्टमी पर 10 लाइन
जन्माष्टमी का त्योहारों हिंदुओं का एक महत्वपूर्ण तोहार होता है जन्माष्टमी का त्योहार श्री कृष्ण के जन्मदिन के रूप में मनाया जाता है। हिन्दू धर्म में सभी लोग श्री कृष्ण को जानते हैं और इन्हें मानते हैं। असर विद्यालय में और स्कूलों में जन्माष्टमी पर 10 लाइन का निबंध लिखने को आ जाता है जिसके बारे में छात्रों को जरूर पता होना चाहिए। यदि आप एक छात्र हैं तो आपके लिए यह निबंध बहुत ही महत्वपूर्ण होने वाला है। तो बिना किसी देरी के आज यह नीचे दी गई लाइनों के माध्यम से श्री कृष्ण जन्माष्टमी के बारे में जानते हैं।
- जन्माष्टमी पर्व को श्री कृष्ण के जन्मदिन के रूप में मनाया जाता है।
- इस पर्व को श्री कृष्ण जन्माष्टमी गोकुलाष्टमी के नाम से भी जाना जाता है।
- हर बार भाद्रपद माह में कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि को मनाया जाने वाला पर्व है।
- श्री कृष्ण का जन्म मथुरा में हुआ था।
- श्री कृष्ण ने माता देवकी और पिता वासुदेव के यहाँ जन्म लिया।
- श्री कृष्ण का पालन पोषण नंद बाबा और यशोदा माता के यहाँ हुआ था।
- जन्माष्टमी के दिन लोग नहा धोकर नए कपड़े पहन कर मंदिर जाते हैं।
- जन्माष्टमी का त्योहार इस दिन बड़े ही बनाया जाता है।
- मंदिरों में इस दिन भगवत गीता का पाठ किया जाता है।
- हिन्दू धर्म में जन्माष्टमी पवित्र त्यौहार के रूप में मनाया जाता है।
श्री कृष्ण जन्माष्टमी के बारे में
श्री कृष्ण देवकी और वासुदेव के आठवें पुत्र थे समय मथुरा का राजा बहुत ही अत्याचारी था। उसके अत्याचार लगातार बढ़ते जा रहे थे। अभी एक ऐसी आकाशवाणी हुई थी कि उसकी बहन देवकी का आठवां पुत्र का वध करेगा। यह सुनकर कंस बहुत क्रोध आया और उसने अपनी बहन देवकी और उसके पति वासुदेव को कालकोठरी में डाल दिया।
जब देवकी ने कृष्ण को जन्म दिया तब विष्णु ने वासुदेव को आदेश दिया की कृष्ण को गोकुल के यशोदा माता और नंद बाबा के पास पहुंचाया जाए। इस आदेश के अनुसार श्रीकृष्ण को यशोदा माता और नंद बाबा के पास पहुंचाया जहां वे सुरक्षित रहे। इसी खुशी में श्री कृष्ण जन्माष्टमी पूरे भारत में बहुत ही धूमधाम से मनाई जाती है। खासकर मथुरा और वृंदावन प्रभु बहुत ही धूमधाम से मनाया जाता है।
जन्माष्टमी का त्योहार पूरे भारत में विशेष रुप से गुजरात, महाराष्ट्र, उत्तर प्रदेश तथा बिहार में बड़े ही उत्साह के साथ मनाया जाता है। उत्सव से कुछ दिन पहले, भगवान कृष्ण की मूर्तियाँ, साथ ही उनके कपड़े और गहने, बाज़ार में उपलब्ध हो जाते हैं। लोग श्रीकृष्ण के जीवन की चमत्कारी घटनाओं को दर्शाने वाली झाँकियाँ बनाने के लिए एकत्रित होते हैं।
सभी भक्त इस दिन व्रत रखते हैं क्योंकि इस दिन श्री कृष्ण का जन्म हुआ था इसलिए इस त्यौहार को कृष्ण के जन्म के दिवस के रूप में मनाया जाता है। इस पवित्र त्योहार को मनाने के लिए लोग रात तक व्रत रखते हैं काफी दिनों पहले से ही इस त्योहार को मनाने की तैयारियां चल रही होती हैं।
इस त्यौहार में सभी गांवों और शहरों को बड़े ही धूमधाम से सजाया जाता है सभी का मन खुशी से झूम उठता है। सभी मंदिर को सजाया जाता है सभी शहर गांव जगमगा उठते हैं इस त्योहार को मनाने के लिए सभी गांव और में तरह-तरह के आयोजन किए जाते हैं अनेक तरह-तरह की झांकियां सजाई जाती हैं जिसमें सभी बड़े और बच्चे बढ़-चढ़कर भाग लेते हैं।
सभी बड़े आनंदित होते हैं तरह-तरह के नए नए पकवान बनाए जाते हैं सभी घर और मंदिर जगमगा उठते हैं सभी भक्तों के लिए यह त्योहार बड़ा ही प्रिय होता है।
अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न (FAQs)
प्रश्न – जन्माष्टमी के बारे में निबंध कैसे लिखें?
उत्तर – जन्माष्टमी उत्सव काफी धूमधाम से मनाया जाता है। इस दिन भगवान विष्णु कृष्ण के रूप में पृथ्वी पर अवतरित हुए थे। इसीलिए भगवान श्रीकृष्ण के जन्म के पर्व पर जन्माष्टमी का दिन बड़ी धूमधाम से मनाया जाता है। भारत के हर मंदिर के साथ-साथ हर घर में भगवान कृष्ण की पालकी को सजाया जाता है और झुलाया जाता है।
प्रश्न – श्री कृष्ण का जन्म क्यों हुआ?
उत्तर – आज कृष्ण जन्माष्टमी है, जिस दिन भगवान विष्णु के आठवें अवतार कान्हाजी का जन्म पृथ्वी से पाप का बोझ हटाने के लिए हुआ था। कन्हैयाजी का जन्म भाद्र मास के कृष्ण पक्ष की अष्टमी को रोहिणी नक्षत्र की अंधेरी रात में माता देवकी की कोख से हुआ था।
निष्कर्ष
आज के इस आर्टिकल में हमने आप को जन्माष्टमी पर 10 लाइन का निबंध (10 Lines On Janmashtami In Hindi) तथा श्री कृष्ण जन्माष्टमी के बारे में जानकारी दी है। आशा करता हूँ आपको हमारा यह जन्माष्टमी पर 10 लाइन का निबंध पसंद आया होगा। यदि आपको हमारा यह जन्माष्टमी पर 10 लाइन का निबंध पसंद आया हो तो इसे अपने दोस्तों में शेयर जरूर करें।
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