कंप्यूटर एग्जाम में सबसे ज्यादा पूछे जाने वाले सवाल – कंप्यूटर के प्रश्न
हेलो दोस्तों स्वागत है हमारे Hamara Support हिंदी ब्लॉग पेज पर। आज हम बात करेंगे कंप्यूटर की कुछ ऐसे ही 7 समस्या और टिप्स एंड ट्रिक्स के बारे में जो कि हमें सामान्य जिंदगी में यूज करनी पड़ती हैं या हमें उनकी जरूरत पड़ती है। तो दोस्तों आज हम बात करेंगे, डोमेन नेम सर्विस क्या है? इंटरनेट का उपयोग करने हेतु आवश्यक हार्डवेयर सॉफ्टवेयर क्या है? माउस में कितने प्रकार के बटन होते हैं? इंक्रिप्ट प्रोग्राम का क्या मतलब है? कंप्यूटर पर सबसे पहले खुलने वाली स्क्रीन को डेस्कटॉप क्यों कहा जाता है? ऑपरेटिंग सिस्टम का कौन सा भाग हार्डवेयर के निकट होता है डोमेन नेम और आईपी एड्रेस का क्या संबंध होता है? इन सभी कंप्यूटर के प्रश्न के बारे में।
Important Computer Questions
DNS (डोमेन नेम सर्विस) क्या है?
डोमेन नेम सर्विस क्या है, यह गूगल क्रोम में क्या समस्या उत्पन्न करती हैं? कभी-कभी हम अनुभव करते हैं कि कोई वेबसाइट बहुत ही धीरे चलती हैं। जब हम सर्च करते हैं तो यह बहुत धीमी हो जाती है। सिर्फ यह समस्या गूगल क्रोम में ही नहीं, बल्कि अन्य ब्राउज़र जैसे फायरफॉक्स, सफारी, एज, इंटरनेट एक्सप्लोरर इत्यादि में भी वेबसाइट सही से लोड नहीं हो पाती है। डोमेन नेम सर्विस मुख्यता DNS नाम से जाना जाता है।
गूगल क्रोम या फिर किसी ब्राउज़र में डी एन एस की समस्या को इंटरनेट सर्विस प्रोवाइडर के माध्यम से ही Slow यानी कि धीमे किया जाता है। यह समस्या आईपी एड्रेस मैपिंग समय होती है। यह समस्या इंटरनेट सर्विस प्रोवाइडर के द्वारा DNS टाइपिंग को चेंज करने के बाद आती है। कभी-कभी DNS की समस्या किसी वेबसाइट के आईपी एड्रेस को ढूंढने में धीरे हो जाती है। क्योंकि इसकी Cache मेमोरी लोकल कंप्यूटर में ही सुरक्षित होती है। यहां नीचे कुछ संभव समस्याओं को हल करने के कुछ पॉइंट्स या फिर स्टेप दिए गए हैं-
- अपने डोमेन नेम सर्विस को पब्लिक डोमेन नेम सर्विस में बदल दे।
- अपनी डीएनए Cache को क्रोम ब्राउज़र से साफ कर दे।
- अपनी DNS Cache को लोकल पर्सनल कंप्यूटर या Mac से Cache को डिलीट कर दें।
- अपनी LAN सेटिंग को बदल दे।
- अपने Host फाइल को बदल दे।
- बिना किसी संबंधित प्रोक्सी और VPN को यूज ना करें।
- एक ही समय पर कई कंप्यूटर का एक ही वॉयरलैस राउटर से जुड़ा होना भी एक DNS समस्या है।
- इंटरनेट सर्विस प्रोवाइडर भी एक DNS समस्या खड़ी कर सकता है।
उदाहरण के लिए अभी कुछ साइट्स Ban कर दी गयी है, जिमे कुछ चीनी और पोर्न साइट्स है। ये भी एक कंप्यूटर के प्रश्न का ही उदहारण है।
इंटरनेट का उपयोग करने हेतु आवश्यक हार्डवेयर और सॉफ्टवेयर क्या है?
इंटरनेट का उपयोग करने के लिए कुछ हार्डवेयर और सॉफ्टवेयर की जरूरत पड़ती है, क्योंकि हार्डवेयर और सॉफ्टवेयर एक दूसरे के पूरक है। बिना किसी एक के कोई काम नहीं किया जा सकता। इंटरनेट उपयोग करने के लिए आवश्यक उपकरण में-
इंटरनेट हार्डवेयर
- पर्सनल कंप्यूटर
- मॉडम
- संचार माध्यम या टेलीफोन लाइन
- वायरलेस तकनीक
इंटरनेट सॉफ्टवेयर
- वेब ब्राउज़र
- इंटरनेट सर्विस प्रदाता, यह ISP (इंटरनेट सर्विस प्रोवाइडर) के नाम से भी जाना जाता है
अपने मोबाइल में भी इंटरनेट चलाने के लिए सिर्फ एक सिम के आवश्यकता होती है, जोकि इंटरनेट सर्विस प्रोवाइडर के द्वारा प्रदान कराई जाती है। जिसके लिए हमें कुछ रुपए देकर इंटरनेट को उपयोग में लाने के लिए रुपए देने पड़ते हैं। और इस प्रकार हम कुछ टाइम के लिए इंटरनेट का इस्तेमाल कर सकते हैं। फिर कुछ दिनों बाद हमें फिर से Data अथॉरिटी या फिर ऑथेंटिकेशन जो कि इस टाइम सिम रिचार्ज या रिचार्ज के नाम से भी जाना जाता है। इसमें भी हमें ब्राउज़र की आवश्यकता होती है, इंटरनेट को ब्राउज़र पर ही चलाया जाता है। ये भी एक कंप्यूटर के Questions का ही उदहारण है।
माउस में कितने प्रकार के बटन होते हैं?
आजकल माउस का उपयोग बहुत ही कॉमन हो गया है। हर जगह जहां पर हम अपने कंप्यूटर पर काम करते हैं, उस पर माउस की बहुत ही जरूरत पड़ती है क्योंकि यह काम को आसान और सरल बना देता है। माउस में बहुत सारे पार्ट्स होते हैं, जो इस प्रकार है- माउस में दो या तीन बटन होते हैं। जिसमें एक लेफ्ट बटन होता है,और राइट बटन होता है। उसके बाद एक व्हील यानी पहिए के नीचे भी एक बटन होता है। जिसका उपयोग ऑटो मूवमेंट के लिए मतलब ऊपर नीचे जाने के लिए किया जाता है। इसमें लेफ्ट बटन का उपयोग किसी प्रोग्राम को या फिर किसी फाइल को ओपन करने के लिए किया जाता है।
माउस के बटन से ही हम किसी फाइल के सारे काम को आसानी से कर लेते हैं। इसमें तीसरा बटन होता है व्हील यानी पहिए के नीचे जोकि स्मूथ या धीरे स्क्रॉल करने के लिए उपयोग किया जाता है। कुछ लोग माउस में चौथा बटन भी बताते हैं लेकिन यह चौथा बटन नहीं होता है। यह सिर्फ एक व्हील यानी एक पहिया होता है, जिसको सिर्फ मैनुअल स्क्रोल करने के लिए किया जाता है।
इंक्रिप्ट प्रोग्राम का क्या मतलब है?
इंक्रिप्ट प्रोग्राम का मतलब है की कूट भाषा। हमारी इस भाषा को और कोई भी नहीं समझ सकता है, इसे सिर्फ हम समझ सकते हैं या फिर हम जिस किसी के साथ साझा करते हैं वह समझता है क्योंकि यह एंड 2 एंड इंक्रिप्शन है। हमने इंक्रिप्शन शब्द को व्हाट्सएप में देखा होगा। इसमें लिखा होता है एंड टो एंड इंक्रिप्शन इसका मतलब है कि हम जो मैसेज को किसी दोस्त या भाई को भेजते हैं तो बीच में उसे कोई भी इंटरनेट यूजर या इंटरनेट सर्विस प्रोवाइडर नहीं देख सकता। इंक्रिप्शन का मतलब है कि यह सिक्योर यानी सुरक्षित है। इंक्रिप्शन में आपका डाटा ऐसे फॉर्म में कन्वर्ट यानी बदल जाता है की तुम्हारे सिवा उसे और कोई पढ़ या समझ नहीं सकता। ये भी एक कंप्यूटर के प्रश्न का ही उदहारण है।
कंप्यूटर पर सबसे पहले खुलने वाली स्क्रीन को डेस्कटॉप क्यों कहा जाता है?
कंप्यूटर पर खुलने वाली स्क्रीन को डेस्कटॉप इसलिए कहा जाता है, क्योंकि डेस्क का मतलब है मेज जिस पर हम किसी भी सामान को रख सकते हैं। जैसे हम किसी सामान को या फिर किसी वस्तु को उपयोग में लाना चाहते हैं तो उसे हम मेज पर रखकर काम करते हैं। इसी प्रकार स्क्रीन पर हम कुछ एप्लीकेशन और अपने काम करने के लिए एप्लीकेशन को रखते हैं इसीलिए हम इसे डेस्कटॉप कहते हैं। यह सबसे पहले डेस्क यानी फर्स्ट स्क्रीन पर ही है जो की,अपने आप ही सबसे पहले ओपन होती है इसीलिए यह डेक्सटॉप के नाम से जानी जाती है।
ऑपरेटिंग सिस्टम का कौन सा भाग हार्डवेयर के निकट होता है?
ऑपरेटिंग सिस्टम और हार्डवेयर में कुछ बेसिक प्वाइंट होते हैं, जिसमें कुछ हार्डवेयर और सॉफ्टवेयर होते हैं जो आपस में बातचीत करते हैं। ऑपरेटिंग सिस्टम का कर्नल प्रोग्राम हार्डवेयर की सबसे निकट होता है इसका मतलब यह है कि यह हार्डवेयर से डायरेक्ट ली कम्युनिकेशन या इंटरेक्शन करता है कर्नल हार्डवेयर के साथ एक प्रकार का संबंध बना बनाकर उसको सुचारू रूप से चलाने में सहायता प्रदान करता है। इस प्रकार हम कह सकते है कि Kernel ही सबसे निकटम भाग है,ऑपरेटिंग सिस्टम का जो हार्डवेयर के साथ बातचीत करता है। ये भी एक कंप्यूटर के प्रश्न का ही उदहारण है।
डोमेन नेम और आईपी एड्रेस का क्या संबंध होता है?
आईपी ऐड्रेस एक एड्रेस होता है जिससे हम किसी वेबसाइट को सर्च कर सकते हैं। इसको पहचानने के लिए एक अद्वितीय पता होता है,जिसे यूनिक एड्रेस कहते है। लेकिन इसे याद रखना आसान नहीं होता है क्योंकि यह अल्फान्यूमेरिक फॉर्म में होता है। इसीलिए इसके एक ग्रुप को या फिर किसी एक सिंगल आईपी ऐड्रेस को को नाम दे दिया जाता है जिसे डोमेन नेम कहा जाता है। यह याद रखने में आसान होता है।
निष्कर्ष
दोस्तों आज के इस पोस्ट में हमने आपको बताया, कंप्यूटर के प्रश्न कुछ अक्सर पूछे जाने वाले सवालों के बारे में। दोस्तों अगर आपको यह पोस्ट अच्छी लगी हो तो आप अपने दोस्तों में शेयर करना ना भूले और अगर आपका कोई भी सवाल या सुझाव हो तो हमें नीचे दिए गए कमेंट बॉक्स में कमेंट करके पूछ सकते हैं हम जल्द से जल्द आपको उत्तर देने की कोशिश करेंगे।
You are a great writer, speaker as well as a motivator. I love to read your article sir . Thank you so much for sharing this article
Your welcome.